सदन में शरद यादव: (प्रीबुकिंग) ( SADAN MEIN SHARAD YADAV)
₹450.00
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Publisher: The Marginalised Publication
- Edited by: Ratan Lal, Geetanjali Kumar
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Pages:400
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Year: 2021, 1st Ed.
- ISBN: “978-93-87441-33-0”
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Binding: paper Back/ Hardbound
- (Hardbound Price: Rs.1000)
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Language: Hindi
Description
यह किताब भारत के राजनेता सीरीज के तहत प्रकाशित किताब है. शरद यादव के लम्बे संसदीय जीवन में उनके भाषणों का यह संपादित संग्रह है और एक लम्बे साक्षात्कार में उनकी सामाजिक-राजनीतिक जीवन-यात्रा को इसमें सामने लाया गया है.
“सार्वजनिक जीवन में उच्च मूल्यों के प्रति शरद यादव की निष्ठा और उनकी ईमानदारी के कारण राजनीति में उनका पार्टियों से परे स्थान और सम्मान है। संसदीय मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान और वंचितों के उत्थान के लिए उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें 2012 में सर्वश्रेष्ठ सांसद सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने संसद को आम लोगों की आवाज उठाने के लिए एक मंच के रूप में देखा और उसका प्रयोग किया। सामाजिक महत्व के मुद्दों पर उनके संसदीय भाषण बेहद सधे हुए, जीवंत और बीच-बीच में चुटीले अंदाज से संपृक्त होते हैं।” –प्रणव मुखर्जी, पूर्व राष्ट्रपति
“1974 में जबलपुर से एक युवा समाजवादी की जीत की खबर मैंने अखबारों में पढ़ी। इस युवा के बुद्धिमत्तापूर्ण ओजस्वी भाषणों की उन दिनों धूम थी। वह शख्स कोई और नहीं शरद यादव था, जिसे हमने जल्द ही 1975 में आपातकाल के दौरान जेल जाते हुए भी देखा।”–राजिंदर सच्चर, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय
“इमरजेंसी के दौरान जेल जाने वाले नेता बहुत थे, पर जब इंदिरा गांधी ने लोक सभा की अवधि पाँच साल से बढ़ा कर छह साल कर दी, जो बिलकुल असंवैधानिक था, तब छह साल वाली लोक सभा की सदस्यता त्याग देने वाले सिपर्फ दो निकले। एक, मधु लिमये और दूसरे शरद यादव। लोक सभा से इस्तीपफा देते हुए शरद यादव ने स्पीकर को जो पत्रा लिखा वह एक ऐतिहासिक दस्तावेज है। अन्याय और अनियमितता का विरोध करना शरद यादव के खून में है। गरीब किसान का यह बेटा न कभी झुका और न कभी टूटा। उसने उचित समय पर उचित कार्रवाई करके साबित कर दिया कि धीरोदात्त नायक जरूरत पड़ने पर धीरोदात्त भी हो सकता है।”–राजकिशोर, लेखक, चिंतक और पत्रकार
Rajesh Kumar Yadav –
काफी शानदार और सुन्दर लेखनी, रतन लाल जी के द्वारा 🙏
Rajesh Kumar Yadav –
शानदार लेखनी श्री रतन लाल जी के द्वारा 📕🖋️
धन्यवाद 🙏